Friday, January 9, 2015

अधिक मास

     अधिक मास :- सौर वर्ष  और चन्द्र वर्ष सामज्जस्य स्थापित करने के लिए हर तीसरे वर्ष में एक चन्द्रमास की वृद्धि हो जाती है उसे अधिक मास कहते है ।

 पुरुषोत्तम मास :- हमारे शास्त्र के अनुसार पुरुषोत्तम मास का निर्णय कैसे करते हैं। 12 चंद्र मास के कारण 354 दोनो का एक चंद्र वर्ष होता है। सौर वर्ष 365 दिन का होता है। प्रतिवर्ष 11दिनों का अन्तर का पड़ता है। तीन वर्षो में यह संख्या 30 होने से पर एक अधिक मास बन जाता है। 4 जुलाई से 23 जुलाई 2023 तक पुरुषोत्तम मास रहेगा।इस काल में सभी शुभ मुहूर्त और कार्य वर्जित माना जाता है। संक्रान्ति हीन चांद्र मास होता है और जिस चांद्रमास में सूर्य की संक्रांति नहीं आती है, उस मास को अधिक मास कहा जाता है। मल मास में भगवान शिव शंकर की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है। इस मास में कोई भी शुभ कार्य वर्जित माना जाता है।

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