हमारे सौरमंडल में नौ ग्रह है।सूर्य,चन्द्र,मंगल,बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि और राहु केतु ग्रह है।आकाश मंडल में चंद्रमा एक राशि मे सवा दो दिन रहता है।बुध व शुक्र एक राशि मे एक माह तक गोचर करते हैं।सूर्य एक राशि में माह रहता है।मंगल 45 दिनों तक एक राशि में गोचर करते हैं।सूर्य और मंगल जैसे ही एक राशि में प्रवेश करते हैं तो जल्दी ही अपना प्रभाव दिखाई देते हैं।बृहस्पति और शुक्र के गोचर के मध्य भाग में अपना प्रभाव दिखाते हैं।शनि और चन्द्र एक राशि मे के अंतिम चरण में अपना प्रभाव दिखाई देता है।बुध और राहु एक राशि में आने के बाद धीरे धीरे अपना प्रभाव दिखाते हैं।जन्म कुण्डली में ग्रह अस्त,नीच हो तो गोचर में उनके परिणाम अच्छे नहीं होते है।यदि गोचर में उस ग्रह की दशा और अंतर्दशा चल रही हो।उनके परिणाम दिखाई देते हैं।उसके लिए कुछ पदार्थों का दान,मन्त्र जप अवश्य करना चाहिए।
यदि सूर्य खराब हो ।
1.व्यक्ति को हृदय रोग, पेट के सम्बंधित रोग देता है।
2.हड्डियों के रोग, पक्षाघात देता है।
3.बचपन में ही पिता की मृत्यु हो जाती हैं।
4. सरकारी कार्यों में रुकावट पैदा होती हैं।
5.दाएं आँख में समस्या हो जाती हैं।
6.पिता जी के संबंध अच्छे नहीं होते है।7.पत्नी बीमार रहती हैं।
8. मानसिक रूप से तनाव होने से पति से तलाक भी हो सकता है।
9. यदि सूर्य बारहवें घर में हो तो शादी मे लड़ाई झगड़ा होता है।
चन्द्रमा खराब हो तो इस तरह के लक्षण दिखाई देंगे।
व्यक्ति को मानसिक तनाव होता है।
2 बच्चे को मिर्गी के दौरे पड़ते हैं।फेफड़ों की समस्या होती हैं।
3. छाती एवं ब्रेस्ट में बीमारी होती हैं।
4. कभी कभी व्यक्ति नशेड़ी हो जाता हैं।
5.माता जी बीमार रहती हैं।
6.सास बहू के बीच में झगड़ा रहता है।
7.लड़कियां सुसराल में खुश नहीं रहती हैं
।8. पहले अधिक लड़कियां, उसके बाद लड़का होता हैं।
9.बड़ा बच्चे का चरित्र खराब रहता है।
10. लड़कियों को मासिक धर्म चक्र में अवस्थित होता हैं।
खराब मंगल ग्रह के लक्षण:-
नीच राशि का मंगल हो।
मंगल व्यक्ति के साहस , शक्ति, छोटे भाई बहनों का कारक, रक्त, भूमि का भी कारक होता हैं।
निम्नलिखित लक्षण होते हैं।
1. भाई बहनों से झगड़ा होना ।
2.घर में चोरी होना
3.पेट में समस्या रहना,
4.अचल सम्पत्ति से हाथ धोना या किसी अन्य ने आपके घर पर कब्जा कर लिया हो। भूमि अधिग्रहण विवाद न्यायालय में चलना।
5,जोड़ों में दर्द होना,
6. शादी के अतिरिक्त अन्य स्त्री से सम्बन्ध स्थापित करना।
7. हाई रक्तचाप, चोट से जख्म होना, शल्य चिकित्सा होना।
8.अचानक से मामा और भाई को समस्या होना।घर में आग लग जाना।
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