वृष राशि :- काल पुरुष की दूसरी राशि है, यह एक स्थिर प्रकृति  तथा पृथ्वी तत्व राशि है । चतुरपद  और स्त्री वर्ग, श्वेत वर्ण व वात प्रकृति तथा आज्ञा पालक राशि है । शुक्र ग्रह इस राशि का स्वामी है और चेहरा से गर्दन का प्रतिनिधित्व करती है । कृतिका नक्षत्र तीन चरण, रोहिणी नक्षत्र के चार चरण, मृगशिर नक्षत्र के दो चरण ( 30 अंश से 60 अंश ), जातक रात समय ज्यादा प्रभावशाली होती है ।  इस राशि के  जातक दक्षिण दिशा में अच्छे सफल होते है । यदि जातक भूमि, कला , तरल पदार्थो और फिल्म जगत में, सौंदर्य प्रसाधन व वस्त्र संबन्धित कार्य कर सकते है । 

 
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