Saturday, April 23, 2016

सिंह राशि




        
   सिंह राशि :-(120 -150 अंश ) मघा नक्षत्र, पूर्वा फाल्गुनी के 4 -4  और उत्तरा फाल्गुनी के प्रथम चरण से इस राशि का निर्माण होता है । राहु,गुरु और शनि ग्रहों का प्रभाव भी संयुक्त रूप में मिलता है । सही अर्थो में नाम राशि  का निर्माण उपग्रह के सहयोग से बनती है ।उसके अनुसार राशि का प्रभाव बनता है । यह स्थिर, अग्नि तत्व, पुरुष तथा विषम राशि, इसका निवास हमारे में छाती से नीचे और नाभि से ऊपर के हिस्से में रहती है । पित्त प्रकृति  और क्षत्रिय वर्ण, पूर्व दिशा का प्रतिनिधित्व करती है । चतुष्पाद और दिन बली राशि है । सूर्य इस राशि का स्वामी है । इस  राशि वाले जातक आत्म विश्वास, स्वाभिमानी, उदारता और शेर जैसा प्रचंडता, स्थिर स्वभाव, तमोगुणी, वनचारी, शीर्षोदय तथा भ्रमणशील वाला होता है । मेष में सूर्य उच्च का होता है और तुला राशि में नीच का होता है ।  इस के जातक /जातिका सुन्दर, अच्छे गठन, चौड़े मस्तक वाले ,प्रभावशाली व्यकितत्व, बुद्धिमान और
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